पंचकल्याणक अर्घ्य
।। भगवान श्री ऋषभदेव जी ।।

पंचकल्याणक अर्घ्य

गर्भकल्याणकअर्घ्य

ॐ ह्रीं आषाढकृष्णाद्वितीयायां श्रीआदिनाथजिन गर्भकल्याणकाय अर्घ्यनिर्वपामीतिस्वाहा।

जन्मकल्याणकअर्घ्य

ॐ ह्रीं चैत्रकृष्णानवम्यां श्रीआदिनाथजिन जन्मकल्याणकाय अर्घ्यनिर्वपामीतिस्वाहा।

दीक्षाकल्याणकअर्घ्य

ॐ ह्रीं चैत्रकृष्णनवम्यां श्रीआदिनाथजिन दीक्षाकल्याणकाय अर्घ्यनिर्वपामीतिस्वाहा।

केवलज्ञानकल्याणकअर्घ्य

ॐ ह्रीं फाल्गुनकृष्णाएकादश्यां श्रीआदिनाथजिन केवलज्ञानकल्याणकाय अर्घ्यनिर्वपामीतिस्वाहा।

मोक्षकल्याणकअर्घ्य

ॐ ह्रीं माघकृष्णाचतुर्दश्यां श्रीआदिनाथजिन मोक्षकल्याणकाय अर्घ्यनिर्वपामीतिस्वाहा।

ॐ ह्रीं श्री आदिनाथपंचकल्याणकाय पूर्णाऱ्या निर्वपामीतिस्वाहा।

शांतयेशांतिधारा, दिव्यपुष्पांजलिः।

जाप्य - ॐ ह्रीं श्री ऋषभदेव जिनेन्द्राय नमः।