जो व्यक्ति प्रातःकाल उठकर भक्तिपूर्वक इस जैन-रक्षा-स्तोत्र को पढ़ता है,उसकी सम्पूर्ण मनोकामनाएं सफल होती हैं और वह पद पद पर लक्ष्मी को प्राप्त करता है।
इस श्रेष्ठ स्तोत्र को श्रावण शुक्ला। अष्टमी को आरम्भ करके आठ दिन तक भगवान् जिनेन्द्र का अभिषेक करे।
(स्तोत्र पाठ करने वाला) ब्रह्चर्य धारण करे, एक बार भोजन करे, पुरूष हो या स्त्री पवित्र सफेद वस्त्र पहन कर और अलंकार धारण कर सम्पूर्ण मनोरथों की सिद्धि के लिए भावपूर्वक प्रतिदिन इसका जाप करे।
सज्जन मनुष्यों को एकम को पूजा-विधि सहित उद्यापन महोत्सव करना चाहिए।
इति जैनरक्षा-स्तोत्रम्
2 1