प्रश्न 1 - आचार्य परमेष्ठी का क्या स्वरूप है?
उत्तर - जो संघ के नायक होते हैं शिष्यों को शिक्षा दीक्षा प्रायश्चित आदि देते हैं। तथा जिनके छत्तिस मूल गुण होते हैं वे आचार्य परमेष्ठी कहलाते हैं।
प्रश्न 2 - आचार्य परमेष्ठी के उत्तर गुण कितने होते है?
उत्तर - आचार्य परमेष्ठी के उत्तर गुण अनेकों बताये गये हैं।
प्रश्न 3 - आचार्य परमेष्ठी के मूल गुण संक्षेप में बताइये।
उत्तर - आचार्य परमेष्ठी के मूल गुण इस प्रकार हैं- तप 12 $ धर्म 10$ आचार 5 $ आचार 5 $ आवश्यक 6 $ गुप्ति 3 = कुल 36
प्रश्न 4 - तप किसे कहते हैं?
उत्तर - जो क्रिया, संवर, निर्जरा, मोक्ष और कर्म क्षय के लिए की जाती है उसे तप कहते हैं।
प्रश्न 5 - मूल रूप में तप के कौन-कौन से भेद हैं?
उत्तर - बाह्य और अंतरंग के भेद से तप के दो भेद होते हैं।
प्रश्न 6 - बाह्य तप किसे कहते हैं?
उत्तर - जो तप शरीर के द्वारा किया जाता है या जिस तप में शरीर का योगदान होता है उसे बाह्य तप कहते हैं।
प्रश्न 7 - अंतरंग तप किसे कहते हैं?
उत्तर - जो तप आत्मा से किया जाता है वह अंतरंग तप है।
प्रश्न 8 - बाह्य तप कितने प्रकार का है?
उत्तर - बाह्य तप के छः भेद हैं।
प्रश्न 9 - बाह्य ताप के छः भेद कौन-कौन से हैं?
उत्तर - 1 - अनशन, 2 - उनोदर 3 - व्रत परिसंख्यान 4 - रस परित्याग 5 - विविक्त शय्यासन एवं 6 - काय क्लेश।
प्रश्न 10 - उपरोक्त तपों को बाह्य तप क्यों कहते हैं?
उत्तर - क्योंकि ये तप बाह्य रूप में शरीर से किया जाते हैं तथा लोगों को दिखाते हैं।
प्रश्न 11 - अनशन तप का क्या लक्षण है?
उत्तर - उपवास रखने को अनशन कहते हैं।
प्रश्न 12 - उपवास का क्या अर्थ है?
उत्तर - लक्षित समय सीमा में चतुर्हार का त्याग उपवास है।
प्रश्न 13 - चतुर्हार किसे कहते हैं?
उत्तर - आहार चार प्रकार का होता है-खाद्य, स्वाद्य, लेह और पे।
प्रश्न 14 - स्वाद्य आहार में कौन-कौन सी वस्तुएं आती है?
उत्तर - खाद्य आहार में चबाकर खाने वाली वस्तुएं जैसे रोटी, दाल चबेना, आदि वस्तुएं आती हैं।
प्रश्न 15 - स्वाद्य आहार में कौन-कौन सी वस्तुएं आती हैं।
उत्तर - स्वाद्य आहार में स्वाद वाली वस्तुएं मिष्ठान, नमकीन आदि वस्तुओं का समावेश होता है।
प्रश्न 16 - लेह आहार में कौन कौन सी वस्तुओं का समावेश होता है?
उत्तर - लेह आहार में लेही के समान गाढ़ी वस्तुओं का जैसे-हलुआ, रबड़ी आदि का समावेश होता है।
प्रश्न 17 - पेय आहार किसे कहते हैं?
उत्तर - पीने वाली वस्तुओं को पेय आहार कहते हैं जैसे-रस, पानी, दूध लस्सी, शिकंजी आदि।
प्रश्न 18 - अनशन क्यों किया जाता है?
उत्तर - पर्व के दिन अष्टमी चतुर्दशी आने पर शरीर से ममत्व छोड़ने और आत्मा की शुद्धि के लिए अनशन किया जाता है।
प्रश्न 19 - उनोदर किसे कहते हैं?
उत्तर - भूख से कम खाने को उनोदर कहते हैं। ‘उन’ का अर्थ कम तथा ‘उदर’ का अर्थ पेट होता है।
प्रश्न 20 - उनोदर करने से क्या लाभ है?
उत्तर - ऐसा करने से मोक्ष की साधना ठीक प्रकार से होती है। भोजन ठीक प्रकार से पचता है, निद्रा व आलस दूर रहता है।
प्रश्न 21 - व्रत परिसंख्यान किसे कहते हैं?
उत्तर - आहार के समय अटपटा नियम करने को व्रत परिसंख्यान कहते हैं।
प्रश्न 22 - व्रत परिसंख्यान व्रत का उदाहरण दीजिए?
उत्तर - जैसे कोई जोड़े से पड़गाहेगा तो आहार लूंगा या पड़गाहते समय किसी के हाथ में नींबू होगा तो आहार लूंगा आदि।
प्रश्न 23 - रस परित्याग का क्या लक्षण हैं?
उत्तर - भोजन में स्वाद देने वाले छः रसों में से छः या एक या कुछ का त्याग करके आहार लेना रस परित्याग कहलाता है।