प्रश्न 80 - देवकृत अतिश्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर - देवकृत अतिश्य चैदह हैं- 1 - अर्धमागधी भाषा 2 - जीवों में परस्पर मित्रता 3 - दिशाओं की निर्मलता 4 - आकाश की निर्मलता 5 - छहों ऋतुओं के फल फूलों का एक साथ होना 6 - एक योजन तक पृथ्वी का दर्पण की तरह निर्मल होना 7 - विहार के समय भगवान के चरणों के नीचे स्वर्णकमलों की रचना होना, 8 - आकाश में जय-जयकार की ध्वनि 9 - मंद सुगन्धित पवन 10 - सुगन्धित जल की वर्षा 11 - पवन कुमार देवों द्वारा भूमि की निष्कंटता 12 - समस्त प्राणियों को आनन्द 13 - भगवान के आगे धर्मचक्र चलना, एवं 14 - आठ मंगल द्रव्यों का एक साथ रहना।
प्रश्न 81 - भगवान क उपदेश कितनी भाषाओं में परिवर्तित होता है।
उत्तर - भगवान का उपदेश सात सौ अठारह भाषाओं में देव कृत अतिश्य से परिवर्तित होता है।
प्रश्न 82 - भगवन की वाणी की विशेषता बताइये।
उत्तर - भगवान की वाणी ऊँकार रूप होती है। उसकी आवाज मेघ गर्जना के समान होती है जिसमें होंठ तालु आदि नहीं चलते हैं।
प्रश्न 83 - भगवान की वाणी का दूसरा क्या नाम है?
उत्तर - भगवान की वाणी का दूसरा नाम दिव्य ध्वनि है।
प्रश्न 84 - भगवान की वाणी कितने अंगों से खिरती है?
उत्तर - भगवान की वाणी सभी अंगों से खिरती है।
प्रश्न 85 - भगवान की वाणी को कौन-सी भाषा कहते हैं?
उत्तर - भगवान की वाणी को अर्धमागधी कहते हैं।
प्रश्न 86 - भगवान की वाणी के मुख्य श्रोता कौन होते हैं?
उत्तर - भगवान की वाणी के मुख्य श्रोता चक्रवर्ती राजा, या सम्राट होते हैं।
प्रश्न 87 - भगवान की वाणी कब और कितने समय तक खिरती है?
उत्तर - भगवान की वाणी दिन और रात में चार वार दो-दो मर्हत तक खिरती है। मुख्य श्रेाता के आने पर कभी भी खिर सकती है।
प्रश्न 88 - भगवान की वाणी जहां प्रकट होती है उस स्थान को क्या कहते हैं?
उत्तर - भगवान की वाणी जहां प्रकट होती है उस स्थान को समवसरण कहते हैं।
प्रश्न 89 - विहार के समय भगवान के चरणों के नीचे कितने कमलों की रचना होती है?
उत्तर - विहार के समय भगवान के चरणों के नीचे सात कमलों की रचना देव करते हैं।
प्रश्न 90 - ये कमल कौन-से होते हैं?
उत्तर - ये कमल स्वर्ण कमल होते हैं।
प्रश्न 91 - मंद सुगन्धित पवन कौन चलाते हैं?
उत्तर - ये मंद सुगन्धित पवन, वायु कुमार के देव चलाते हैं।
प्रश्न 92 - सुगन्धित जल की वर्षा कौन करते हैं?
उत्तर - सुगन्धित जल की वर्षा मेघ कुमार के देव करते हैं।
प्रश्न 93 - समवसरण में पवन कुमार के देव और क्या कार्य करते हैं।
उत्तर - समवसरण में पवन कुमार के देव भूमि को निष्कंटक बनाते हैं।
प्रश्न 94 - धर्म चक्र को कौन धारण करते हैं।
उत्तर - धर्म चक्र को सर्वाण्ह यक्ष धारण करते हैं?।
प्रश्न 95 - धर्म चक्र में कितने आरे होते हैं?
उत्तर - धर्मचक्र में एक हजार 8 आरे होते हैं।
प्रश्न 96 - एक समवसरण में कितने धर्मचक्र होते हैं?
उत्तर - एक समवसरण में चारों दिशाओं में चार धर्मचक्र होते हैं।
प्रश्न 97 - आठ मंगल द्रव्य कौन-से हैं?
उत्तर - 1 - दर्पण 2 - झारी 3 - स्वस्तिक 4 - सिंहासन 5 - चंवरविजना 6 - कलश एवं 7 - ठोना। ये आठ मंगल द्रव्य भगवान के समवसरण में रहते हैं।
प्रश्न 98 - आठ मंगल द्रव्यों की प्रत्येक की संख्या कितनी रहती है?
उत्तर - प्रत्येक मंगल द्रव्य 108-108, संख्या में रहते हैं।