ॐ ह्रीं अनादि-मूल-मंत्रेभ्यो नमः।
(पुष्पांजलिं क्षिपेत्)
ॐ नमोऽर्हते स्वाहा।
ॐ ह्रीं विधियज्ञप्रतिज्ञानाय जिनप्रतिमाग्रे पुष्पांजलिं क्षिपेत्।