।। सरस्वती देवी के 108 मंत्रों के 108 अघ्र्य ।।

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50 - ऊँ ह्मीं व्यवहारोद्धकटकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

51 - ऊँ ह्मीं ऋजुसूत्रसुकंकणायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

52 - ऊँ ह्मीं शब्दोज्ज्वलमहापाशायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

53 - ऊँ ह्मीं समभिरूढमहांकुशायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

54 - ऊँ ह्मीं एवंभूतसन्मुद्रायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

55 - ऊँ ह्मीं दशधर्ममहाम्बरायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

56 - ऊँ ह्मीं जपमालाल-सद्हस्तायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

57 - ऊँ ह्मीं पुस्तकांकितसत्करायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

58 - ऊँ ह्मीं नयप्रमाणताटंकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

59 - ऊँ ह्मीं प्रमाणद्वयकर्णिकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

60 - ऊँ ह्मीं केवलज्ञानमुकुटायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

61 - ऊँ ह्मीं शुक्लध्यानविशेषकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

62 - ऊँ ह्मीं स्यात्कारप्राणजीवन्त्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

63 - ऊँ ह्मीं चिदुपादेयभाषिण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

64 - ऊँ ह्मीं अनेकांतात्मकानंदपद्मासननिवासिन्यै नमः अघ्र्यं.....।

65 - ऊँ ह्मीं सप्तभंगीसितच्छत्रायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

66 - ऊँ ह्मींनयषट्कप्रदीपिकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

67 - ऊँ ह्मीं द्रव्यार्थिकनयानूनपर्यायार्थिकचामरायै नमः अघ्र्यं.......।

68 - ऊँ ह्मीं कैवल्यकामिन्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

69 - ऊँ ह्मीं ज्योतिर्मय्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

70 - ऊँ ह्मीं वाड्.मयरूपिण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

71 - ऊँ ह्मीं पूर्वापराविरूद्धायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

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72 - ऊँ ह्मीं गवे नमः नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

73 - ऊँ ह्मीं श्रुत्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

74 - ऊँ ह्मीं देवाधिदेवतायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

75 - ऊँ ह्मीं त्रिलोकमंगलायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

76 - ऊँ ह्मीं भव्यशरण्यायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

77 - ऊँ ह्मीं सर्ववंदितायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

78 - ऊँ ह्मीं बोधमूर्तंये नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

79 - ऊँ ह्मीं शब्दमूर्तये नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

80 - ऊँ ह्मीं चिदानन्दैकरूपिण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

81 - ऊँ ह्मीं शारदायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

82 - ऊँ ह्मीं वरदायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

83 - ऊँ ह्मीं नित्यायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

84 - ऊँ ह्मीं भुक्तिमुक्तिफलप्रदायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

85 - ऊँ ह्मीं वागीश्वर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

86 - ऊँ ह्मीं विश्वरूपायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

87 - ऊँ ह्मीं शब्दगब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

88 - ऊँ ह्मीं शुभंकर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

89 - ऊँ ह्मीं हितंकर्यै। नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

90 - ऊँ ह्मीं रीकर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

91 - ऊँ ह्मीं शंकर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

92 - ऊँ ह्मीं सत्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

93 - ऊँ ह्मीं सर्वपापक्षयंकर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

94 - ऊँ ह्मीं शिवंकयै्र नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

95 - ऊँ ह्मीं महेश्वर्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

96 - ऊँ ह्मीं विद्यायैं नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

97 - ऊँ ह्मीं दिव्यध्वन्ये नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

98 - ऊँ ह्मीं मात्रे नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

99 - ऊँ ह्मीं विद्वदाल्हाददायिन्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।

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