अथ मंडलस्योपरि पुष्पांजलिं क्षिपेत्।
1 - ऊँ ह्मीं आदिब्रह्ममुखाम्भोज प्रभवायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
2 - ऊँ ह्मीं द्वादशांगिन्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
3 - ऊँ ह्मीं सर्वभषायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
4 - ऊँ ह्मीं वाण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
5 - ऊँ ह्मीं शारदायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
6 - ऊँ ह्मीं गिरे नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
7 - ऊँ ह्मीं सरस्वत्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
8 - ऊँ ह्मीं ब्राह्म्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
9 - ऊँ ह्मीं वाग्देवतायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
10 - ऊँ ह्मीं नेव्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
11 - ऊँ ह्मींभारत्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
12 - ऊँ ह्मीं श्रीनिवासिन्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
13 - ऊँ ह्मींआचारसूत्रकृतपादायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
14 - ऊँ ह्मीं स्थानसमवायांगजंघायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
15 - ऊँ ह्मींव्याख्याप्रज्ञाप्ति-ज्ञातृ-धर्मकथांग चारूरूभासुरायै नमः अघ्र्यं...।
16 - ऊँ ह्मीं उपासकांगसन्मध्यायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
17 - ऊँ ह्मीं अंतकृद्दशांगनाभिकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
18 - ऊँ ह्मीं अनुत्तरोपपत्तिदशप्रश्नव्याकरणस्तन्यै नमः अघ्र्यं........।
19 - ऊँ ह्मीं विपाकसूत्रसद्वक्षसे नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
20 - ऊँ ह्मीं दृष्टिवादांगकंधरायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
21 - ऊँ ह्मीं परिकर्ममहासूत्रविपुलांसविराजितायै नमः अघ्र्यं.......।
22 - ऊँ ह्मीं चन्द्रमार्तंडप्रज्ञप्तिभास्वद्बाहुसुबल्ल्यै नमः अघ्र्यं.....।
23 - ऊँ ह्मीं जम्बूद्वीपसागरप्रज्ञप्तिसत्करायै नमः अघ्र्यं..........
24 - ऊँ ह्मीं व्याख्याप्रज्ञप्तिविभ्राजत्पंचशाखामनोहरायै नमः अघ्र्यं..........।
25 - ऊँ ह्मीं पूर्वानुयोगवदनायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
26 - ऊँ ह्मीं पूर्वाख्यचिबुकांचितायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
27 - ऊँ ह्मीं उत्पादपूर्वसन्नासायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
28 - ऊँ ह्मीं अग्रायणीयदंतायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
29 - ऊँ ह्मीं वीर्यानुप्रवाद-अस्तिनास्तिप्रवादोष्ठायें नमः अघ्र्यं......।
30 - ऊँ ह्मीं ज्ञानप्रवादकपोलायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
31 - ऊँ ह्मीं सत्यप्रवादरसनायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
32 - ऊँ ह्मीं आत्मप्रवादमहाहनवे नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
33 - ऊँ ह्मीं कर्मप्रवादसत्तलवे नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
34 - ऊँ ह्मीं प्रत्याख्यानललाटायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
35 - ऊँ ह्मीं विद्यानुवाद-कल्याणनामधेयसुलोचनायै नमः अघ्र्यं......।
36 - ऊँ ह्मीं प्राणावाय-क्रियाविशालपूर्वभ्रूधनुर्लतायै नमः अघ्र्यं.....।
37 - ऊँ ह्मीं लोकबिन्दुमहासारचूलिका श्रवणद्वयायै नमः अघ्र्यं......।
38 - ऊँ ह्मीं स्थलगाख्यलसच्छीर्षायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
39 - ऊँ ह्मीं जलगाख्यमहाकचायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
40 - ऊँ ह्मीं मायागतसुलावण्यायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
41 - ऊँ ह्मीं रूपगाख्यसुरूपिण्यै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
42 - ऊँ ह्मीं आकाशगतसौंदर्यायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
43 - ऊँ ह्मीं श्रीकलापिसुवाहनायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
44 - ऊँ ह्मीं निश्चयव्यवहार दृड्.नूपुरायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
45 - ऊँ ह्मीं बोधमेखलायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
46 - ऊँ ह्मीं सम्यक्चारित्रशीलहारायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
47 - ऊँ ह्मीं महोज्ज्वलायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
48 - ऊँ ह्मीं नैगमामोघकेयूरायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।
49 - ऊँ ह्मीं संग्रहानघचोलकायै नमः अघ्र्यं निर्वपामीति स्वाहा।