प्रश्न 26- श्री कुंथुनाथ भगवान ने दीक्षा किस वन में ली?
उत्तर - सहेतुक वन में।
प्रश्न 27- श्री कुंथुनाथ भगवान ने दीक्षा किस नगर में ली थी?
उत्तर - हास्तिनापुर नगर में।
प्रश्न 28- श्री कुंथुनाथ भगवान की दीक्षा पालकी का क्या नाम था?
उत्तर - विजया नाम की पालकी।
प्रश्न 29- श्री कुंथुनाथ भगवान ने दीक्षा किस वृक्षा के नीचे ली?
उत्तर - तिलक वृक्ष के नीचे।
प्रश्न 30- श्री कुंथुनाथ भगवान ने दीक्षा के कितने उपवास किये?
उत्तर - तीन उपवास।
प्रश्न 31- श्री कुंथुनाथ भगवान का प्रथम आहार कहां हुआ था?
उत्तर - हस्तिनापुर नगर में।
प्रश्न 32- श्री कुंथुनाथ भगवान के प्रथम आहार दान दाता कौन थे?
उत्तर - धर्ममित्र जी।
प्रश्न 33- श्री कुंथुनाथ भगवान ने किस वस्तु का आहर लिया?
उत्तर - खीर का आहार।
प्रश्न 34- श्री कुंथुनाथ भगवान ने कितने राजाओं के साथ दीक्षा ली?
उत्तर - एक हजार राजाओं के साथ।
प्रश्न 35- श्री कुंथुनाथ भगवान ने कितने वर्ष तक तप किया?
उत्तर - सोलह वर्ष तक।
प्रश्न 36- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस तिथि को हुआ था?
उत्तर - चैत्र शुक्ला तीज को।
प्रश्न 37- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस नगर में हुआ था?
प्रश्न 38- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस वन में हुआ था?
प्रश्न 39- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस समय हुआ था?
उत्तर - अपरान्ह काल में।
प्रश्न 40- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस नक्षत्र में हुआ था?
उत्तर - कृतिका नक्षत्र में।
प्रश्न 41- श्री कुंथुनाथ भगवान को केवलज्ञान किस वृक्ष के नीचे हुआ था?
प्रश्न 42- श्री कुंथुनाथ भगवान के समोशरण का कितना विस्तार था?
उत्तर - चार योजन।
प्रश्न 43- श्री कुंथुनाथ भगवान का केवली काल कितने वर्ष का था?
उत्तर - तेइस हजार सात सौ चैंतीस वर्ष का।
प्रश्न 44- श्री कुंथुनाथ भगवान के शासन देव का क्या नाम था?
उत्तर - श्री गंधर्व देव।
प्रश्न 45- श्री कुंथुनाथ भगवान की शासन देवी का क्या नाम था?
उत्तर - जयादेवी यक्षी।
प्रश्न 46- श्री कुंथुनाथ भगवान के शासन देव क्षेत्रपालों के नाम बताइये?
उत्तर - 1 श्री यक्षनाथ 2 श्री भूकमनाथ 3 श्री देशनाथ 4 श्री अवनिनाथ।
प्रश्न 47- श्री कुंथुनाथ भगवान के समोशरण में कितने गणधर थे?
उत्तर - पैंतीस गणधर।
प्रश्न 48- श्री कुंथुनाथ भगवान के समोशरण में प्रमुख गणधर कौन थे?
उत्तर - स्वयंभू नाम के गणधर।
प्रश्न 49- श्री कुंथुनाथ भगवान के समोशरण में कितने ऋषि थे?
उत्तर - साठ हजार ऋषि थे।