।। भगवान श्री आदिनाथ जी ।।

प्रश्न 46- असि किसे कहते हैं?

उत्तर-तलवार शास्त्र आदि धारण करना समाज की रक्षा करना असि कर्म कहलाता है।

प्रश्न 47- मसि किसे कहते है?

उत्तर-लिखकर आजीविका करना मसि कर्म कहलाता है।

प्रश्न 48- भगवान श्री वृषभदेव को कृतयुग क्यों कहा जाता है?

उत्तर-कर्म युग का प्रारम्भ करने से उनहें कृत युग कहा जाता है।

प्रश्न 49- भगवान श्री आदिनाथ को इक्ष्वाकु क्यों कहते हैं?

उत्तर-भगवान ने मनुष्यों को इक्षु रस संग्रह करने का उपदेश किया इसीलिए उन्हें इक्ष्वाकु कहते हैं?।

प्रश्न 50- भगवान श्री आदिनाथ को कश्यप क्यों कहते हैं?

उत्तर-काश्य-तेज के रक्षक हाने से उनहें काश्यप कहते हैं?

प्रश्न 51- भगवान को मनु, कुलकर क्यों कहा जाता है?

उत्तर- उन्हें मनन करने से मनु तथा कुलों की व्यवस्था करने से कुलकर था कुलधर कहा जाता है।

प्रश्न 52- भगवान श्री आदिनाथ के नाम बताइये।

उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ अन्य नाम हैं, विधाता, स्त्रष्टा विश्वकर्मा मोक्ष विधाता आदि।

प्रश्न 53- भगवान री आदिनाथ को वैराग्य कैसे हुआ था

उत्तर-नृत्य करते हुए नीलांजना अप्सरा की मृत्यु जानकर।

प्रश्न 54- भगवान श्री आदिनाथ की दीक्षा तिथि बताइये।

उत्तर- चैत्र कृष्णा नवमी।

प्रश्न 55- भगवान श्री आदिनाथ ने जब दीक्षा ली तो कैान सा नक्षत्र था?

उत्तर-उत्तराषढ़ा नक्षत्र।

प्रश्न 56- भगवान श्री आदिनाथ ने कौन-से वन में दीक्षा ली?

उत्तर- सिद्धार्थकवन में।

प्रश्न 57- भगवान श्री आदिनाथ ने कौन-से समय दीक्षा ली?

उत्तर- अपराह्न काल में।

प्रश्न 58- दीक्षा के लिए इन्द्र द्वारा कौन-सी पालकी लाई गई थीं?

उत्तर-सुदर्शन नामक पालकी।

प्रश्न 59- सर्वप्रथम पालकी किसने उठाई?

उत्तर-राजाओं ने।

प्रश्न 60- पालकी उठाने का क्रम बताइये?

उत्तर- राजाओं के बाद विद्याधरों ने फिर वैमानिक देवों ने, फिर भवनत्रक देवों ने पालकी उठाई।

प्रश्न 61- भगवान श्री आदिनाथ ने दीक्षा कहां ली थी?

उत्तर- प्रयाग में।

प्रश्न 62- प्रयाग नाम की सार्थकता बताइये।

उत्तर-जिस स्थान पर दीक्षा के लिए प्रजा ने उनकी पूजा की उसी स्थान का नाम प्रयाग पड़ा।

प्रश्न 63- अपराह्न काल किसे कहते हैं?

उत्तर- सांय काल को।

प्रश्न 64- भगवान श्री आदिनाथ ने दीक्षा किस प्रकार ली?

उत्तर-भगवान पूर्व दीशा की ओर मुख करके पद्मासन से विराजमान हुए और ऊँ नामः सिद्धेभयः कहकर पंच परमेष्ठियों को नमस्कार करके पंच मुष्ठी केश लोच किया तथा दिगम्बरी दीक्षा धारण की।

प्रश्न 65- भगवान श्री आदिनाथ ने कितने राजाओं के साथ दीक्षा ली?

उत्तर- चार हजार राजाओं के साथ।

प्रश्न 66- दीक्षा के उपरांत कौन-सा ज्ञान प्रकट हुआ?

उत्तर- दीक्षा अन्र्तमहूर्त बाद ही भगवान को मन पर्याय नाम का चैथा ज्ञान प्रकट हुआ।

प्रश्न 67- भगवान श्री आदिनाथ के दीक्षोपवास बताइये।

उत्तर- षष्ठोपवास।

प्रश्न 68- भगवान का छदमस्थ काल कितने वर्षों का था?

उत्तर- एक हजार वर्ष का।

प्रश्न 69- छदमस्थ काल किसे कहते हैं?

उत्तर- दीक्षा लेने से लेकर केवलज्ञान प्रकट होने के काल को छदमस्थ काल कहते हैं।

प्रश्न 70- भगवान श्री आदिनाथ ने कितने वर्षों तक तपस्या की?

उत्तर- एक हजार वर्षों तक।

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